प्रदेश में गिरते जलस्तर को उठाने व् बचाए रखने के लिए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना लॉन्च की है।
उन्होंने किसानों को फसल विविधिकरण को अपनाने व् धान की बिजाई कम करने पर जोर देते हुए कहा है कि डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
यह राशी किसानो को सीधे उनके खाते में दे दी जाएगी और उनकी उपज पूरी की पूरी खरीद की जाएगी वो भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर !
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि मेरा पानी मेरी विरासत योजना के प्रचार के लिए जल्द ही वेब पोर्टल बनाया जाएगा जिस पर किसान अपनी समस्याएं उठा सकेंगे व् किसानो की हर समस्या का समाधान करने की कोशिश की जाएगी !
उन्होंने कहा कि योजना के पहले चरण में 19 ब्लॉक शामिल किए गए हैं जिनमें भू-जल की गहराई 40 मीटर से ज्यादा है। इनमें से भी आठ ब्लॉक में धान की रोपाई ज्यादा है जिनमें कैथल के सीवन और गुहला, सिरसा, फतेहाबाद में रतिया और कुरुक्षेत्र में शाहाबाद, इस्माइलाबाद, पिपली और बबैन शामिल हैं।
इसके अलावा वह क्षेत्र भी योजना के दायरे में होंगे जहां 50 हार्स पावर से अधिक क्षमता वाले ट्यूबवेल का इस्तेमाल किया जा रहा। किसान भाई धान की बजाये मक्का, अरहर, मंग. उडद, तिल. कपास. सब्जी व् बागवानी की खेती कर सकते हैं।
सरकार मक्का व दाल की खरीदारी करेगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इनकी गारंटी से खरीदारी होगी।
जिन ब्लॉक में पानी 35 मीटर से नीचे है, वहां पंचायती जमीन पर धान की खेती की अनुमति नहीं मिलेगी। इसमें पेहवा, थानेसर, जाखल, पटौदी और फतेहाबाद शामिल हैं।
अन्य ब्लॉक के किसान भी धान की खेती छोड़ना चाहते हैं तो वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें भी अनुदान मिलेगा।
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SAMMA /haroon