अनाज को करीब 19 प्रकार के कीड़े हानि पहुंचाते हैं। उनमें सें खपरा, सूंड वाली सुरसुरी (धान वीवल), दानों में सुराख करने वाली छोटी सुरसुरी, आटे की सुरसुरी, गेहूँ, धान, ज्वार, जौ और मक्का आदि को, मूंग तथा चने का ढोरा दालों को और दानों की तितली गेहूँ, मक्का, ज्वार, जई, जौ, बाजरा आदि को अधिक हानि पहुंचाते हैं। ये कीड़े न केवल अनाज की मात्रा में कमी करते हैं बल्कि उनके पौष्टिक गुण भी नष्ट कर देते हैं। ये कीड़े बीज के अंकुरण पर भी बुरा प्रभाव डालते हैं।

रोकथाम (Management)
1. नया अनाज सुखाकर साफ गोदामों में रखें।
2. गोदाम के सुराखों और दरारों आदि को सीमेंट से बन्द कर दें। 3. नई बोरियां ही प्रयोग में लायें। यदि बोरियां पुरानी हों तो उनको 0.1% मैलाथियान (सायथियान) 50 ई.सी. (1 भाग दवाई व 500 भाग पानी) या 0.01% साइपरमेथ्रिन 25 ई.सी. (एक भाग दवाई व 2500 भाग पानी) या 0.01% फेनवलेरट 20 ई.सी. (एक भाग दवाई व 2000 भाग पानी) के घोल में 10-15 मिनट तक भिगोयें एवं बोरियों को छाया में सुखा लें। इसके बाद अनाज भरें।
4. जिन जगहों पर अप्रैल-मई में अनाज का भण्डारण करना हो उनको कीडारहित करने के लिए 0.5% मैलाथियान 50 ई.सी. (एक भाग दवाई और 100 भाग पानी) का छिड़काव फर्श, दीवारों और छतों पर करें या एल्यूमीनियम फास्फाइड(सैल्फास/क्विक-फास/फासफ्यूम) की 7-10 गोलियां या 10 लीटर ई.डी.सी.टी. मिश्रण का 1000 घन फुट (28 घन मीटर की दर से प्रधूमन करें।

नोट: यदि खाली गोदाम को इन जहरीली गैस वाली कीटनाशकों से कीड़ा रहित करना हो तो किसी विशेषज्ञ की देखरेख में करें। खपरा लगे गोदाम में एल्यूमीनियम फास्फाइड या ई.डी.सी.टी. मिश्रण से प्रधूमन करना जरूरी होता है।
5. केवल बीज के लिए 250 ग्राम मैलाथियान 5% धूड़े को एक क्विंटल अनाज (जो बीज के लिए रखा हो) में मिलाकर रखें।
6. चना और दालों को ढोरा से सुरक्षित रखने के लिए, अनाज के ऊपर 7 सें.मी. मोटी रेत की तह बनायें।
7. ढोरा से बचाव के लिए, चना व दालों आदि पर 7.5 मि.ली. सरसों या मूंगफली का तेल या 3.8 मि.ली. (4 मि.ली.) सरसों या मुंगफली के तेल के साथ 1.75 ग्रा. हल्दी प्रति कि.ग्रा. दानों की दर से अच्छी प्रकार मसल कर लगाएं अथवा दालों को भण्डारण से पहले तथा भण्डारण के 60 व 120 दिन बाद गर्मियों के महीनों में काले रंग की पॉलिथीन की शीट पर डालकर पतली तह बनाकर धूप लगाएं। यह सिफारिश दालों के थोड़े मात्रा में भण्डारण के लिए है।
mashroom ki kheti kaise kare
कीट प्रकोप होने पर उपाय
भण्डार में कीड़े लगने पर आगे दी गई किसी एक प्रधूमन करने वाले कीटनाशक से कीड़ों को नष्ट करें।
1. एल्यूमीनियम फास्फाइड (फासफ्यूम/ क्विकफॉस/सल्फास) की एक गोली (3 ग्राम) को एक टन अनाज में या 7-10 गोलियां 1000 घन फुट (28 घन मीटर) जगह के लिए प्रयोग करें। कीटनाशक डालने के बाद 7 दिन तक भण्डार बंद रखें।
रोकथाम नोट: कीटनाशक का धुआं उन्हीं गोदामों में करें जो हवाबन्द हों या जिन्हें हवाबन्द किया जा सके।

2. एक लीटर ई.डी.सी.टी. मिश्रण (किलोपेटेरा) 20 क्विंटल अनाज या 35 लीटर ई.डी.सी.टी. मिश्रण 100 घनमीटर जगह के लिए प्रयोग करें। कीटनाशक डालने के बाद भण्डार को 4 दिन तक बन्द रखें।
आजकल गोलियों के अतिरिक्त यह कीटनाशक पाऊडर के रूप (पाउच/ सैशे) में भी विभिन्न मात्राओं (1.5, 5, 10 व 34 ग्राम) में उपलब्ध है। चूंकि गोलियों व पाऊडर दोनों में ही एल्युमिनियम फास्फाईड की मात्रा 56 प्रतिशत ही होती है, इसलिए पाऊडर वाली कीटनाशक भी इसी दर से प्रयोग में लाई जा सकती है। भण्डारण के आयतन के अनुसार कीटनाशक को इसी अनुपात में कम या अधिक किया जाना चाहिए !